Divine Energy and the Power of Meditation

 


Divine Energy and the Power of Meditation


 चार अवस्थाए बताते हैं ना जागृत स्वप्न और सूक्ष्म पता नहीं क्याक क्या है इसके बारे में कुछ बताएंगे ये अलग तरह की चीजें है मतलब किसके बारे में आप बात कर रहे हो कौन व्यक्ति के बारे में जातक के बारे में बात कर रहे हो या धरती के बारे में क्य अलग अलग रेफरेंसेस में बात की जाती है है तो व्यक्ति के बारे में लेकिन हम व्यक्ति भी नहीं है हम देह भी नहीं है हम आत्मा के स्तर पर देखें तो और जो हमारी अवस्थाएं होती है कि हम जागृत है फिर स्वप्न में है फिर सुसुप्त है ऐसे करके ना थोड़ा सा अपने आप से बताइए ना थोड़ा सा मैं उससे उससे अलग कुछ और बता देता हूं आपको जो इससे भी ज्यादा इंटरेस्टिंग है हां जी मैं थोड़ा सा आप लोगों को रा के बारे में बताता हूं रा और रा से जुड़ी हुई कुछ इंफॉर्मेशन आप लोगों ने शब्द तो कैमरा ऑन कर लीजिए सब क्यों बारबार कैमरा ऑन नहीं करते हो समझ में नहीं आ नमस्ते सर नमस्ते शब्द तो आप लोगों ने बहुत सुना होगा रा शब्द तो आप लोगों ने बहुत बार सुना होगा हां जी सरय रा होता क्या है और कैसे बनता है और हमारे जीवन में जो घटनाएं होती हैं उनका हमारे औरा से क्या संबंध है उसके बारे में थोड़ा सा मैं बात करता हूं नॉर्मली आप लोग जब गल पर देखोगे व्ट इ रा तो कहेंगे दे मैग्नेटिक फील्ड अराउंड यू है ना ऐसा ऐसा कुछ वहां पर मिलेगा वो तो चलो एक ठीक है बेसिक इंफो है रा जो होता है वो हम हम लोग जो गवर्न होते हैं हम लोग जो चलते हैं जीते हैं हमें चलाने वाला कौन है कोई तो है ना जो हमें संसार में चला रहा है वो कौन है और कैसे चलाता है और कैसे कैसे हमें ऑपरेट करता है तो वोह आपने सुना होगा एक कहानी है सूर्यदेव के रथ में सात घोड़े हैं है ना जब सूर्यदेव चलते हैं तो उनके आगे सात घोड़ों का एक रथ चलता है और सबकी कमान जो है वह सूर्यदेव के हाथ में होती है ओबवियसली सूर्य र का सूर्य का रथ है तो सूर्य के हाथ में कमान होगी यह जो बात कही जाती है ना म्यूट कर लीजिए पीछे से प्लीज बीच बीच में आवाज नहीं आए क्योंकि मैं आज थोड़ा दूसरे लेवल पर बात करना चाहता हूं मेरे को आज डिस्टर्ब नहीं करना प्लीज सब म्यूट कर लीजिए सब लोग बाय डिफॉल्ट म्यूट कर ली वो जो कहानी है ना सूर्य के रथ में सात घोड़े हैं और सातों को सूर्यदेव कंट्रोल करते हैं तो रथ चलता है वो जो सात रस्सियां है जिनसे घोड़े कंट्रोल होते हैं लगाम जो भी कह लो आप उसको वही सात हमारे अंदर कंट्रोलिंग एनर्जी है सात तरह की एनर्जी होती है जिनको सन कंट्रोल करता है उसमें से किसी भी एनर्जी को कोई भी रिजल्ट देना है तो वह वाया सन ही दे सकता है क्योंकि घोड़े किसके हैं सूर्यदेव के किसी घोड़े को भूख लगेगी प्यास लगेगी उसकी हालत होगी खराब होगी कम एनर्जेटिक होगा ज्यादा एनर्जेटिक होगा सातो एक जैसी एनर्जी वाले तो नहीं हो सकते कोई तेज भागने वाला होगा कोई थोड़ा थका हुआ होगा कोई स्लो भागने वाला होगा लेकिन रथ में सबको समान चलना पड़ता है बंद के चलना पड़ता है तो यह जो चल पड़ना है इसको कंट्रोल कौन करता है सन करते है और इन घोड़ों को कोई तकलीफ होती है तो वो सबसे पहले किसको पता लगेगी सन को पता लगेगी कि मेरा एक अश्व जो है वो थक गया है भूखा है प्यास लग रही है बुड्ढा है यंग है बच्चा है कैसा भी है तो वो इक्वेशंस किसको पता लगती है सन को पता लगती है और सन फिर अपने हिसाब से उनका जो भी फैसिलिटेशन करनी होती है वो करेगा किसी को चारा देना है किसी को आराम देना है किसी को दौड़ाना ज्यादा है किसी को कैसे करना है व सारा मैनेजमेंट सन करता है यह एक बिल्कुल नॉर्मल सी चीज लगती है ना जिसका रत है जिसके घोड़े हैं वही मैनेज करेगा लेकिन यह जो सात घोड़े हैं ना यही एक्चुअली में सेवन प्लानेट यही सात प्लेनेट आपकी जिंदगी की रेस में आपको बराबर से चल नहीं पाते तो क्या होता है हमारा कोई प्लेनेट हमें गिरा देता है कोई प्लेनेट उठा देता है कोई प्लेनेट दिशा बदल देता है कोई इधर कर देता है कोई उधर कर देता है नतीजा क्या होता है हमारा घोड़ा हमारा अश्व या हमारा रथ ढंग से चल नहीं पाता तो वह सात प्लेनेट है जिनकी एनर्जी सन के माध्यम से हमारे शरीर तक आती है इन सातो के बारे में अगर हम बात करें तो आप लोगों ने बचपन में पढ़ा होगा वो प्रिज्म से देखते हैं तो रेनबो के कलर आते हैं आसमान में इंद्र धनुष बनता है वह सातों रंग होते हैं तो हर प्लेनेट जो है वह वाया सन ही आप तक अपनी रेज पहुंचाता है आसमान में ऊपर कहीं सन बैठा हुआ है शनि मंगल तो उससे भी और कहीं और दूर जाके हैं सन से भी आगे हैं प्रत्यक्ष देवता कौन है सन और मून इस पूरी सृष्टि का जो कन्फेशन है ना वोह एक ही सूत्र पर बना हुआ है वह अलग अलग नहीं है जैसे होता है ना एक सॉफ्टवेयर दे दिया उस सॉफ्टवेर पर आप करते जाओ काम ट बना दिया किसी ने ट का पैटर्न सबके लिए सेम है जिसको जो करना है करे तो एक सॉफ्टवेयर डेवलप किया उने है तो ऐसे ही हमारा भी एक सॉफ्टवेयर डेवलप हुआ एक मैकेनिज्म डेवलप हुआ उसी पर इस धरती पर जीवित कोई भी चीज चाहे वह इंसान हो चाहे वह जानवर हो चाहे वह पशु पक्षी हो वह सब एक ही सॉफ्टवेर पर डिजाइन है किसी का कोई ज्यादा एक्टिव है किसी का कोई चीज कम एक्टिव है वह अलग अलग बात है लेकिन सॉफ्टवेर सेम है यह जो सात प्लेनेट है यह हमारे तक सन की एनर्जी के वाया पहुंचते हैं प्रत्यक्ष देवता सूर्य और चंद्र को माना गया प्रत्यक्ष देवता कौन है जो हमें दिखते हैं वह प्रत्यक्ष है जो नहीं दिखते वह प्रत्यक्ष है सूर्य चंद्र तो हम रोज देख सकते यही सेम सिचुएशन हमारी फैमिली में हमारे घर में होती है हमें माता-पिता हमें रोज दिखते हैं सूर्य पिता चंद्र माता तो धरती जो प्रत्यक्ष देवता है वो हमारे माता पिता हो सेम सिस्टम है ना सन क्या करता है पूरे घर के सातों घड़ों को कंट्रोल करता है पिता का काम है अपने घर के गाड़ी को मैनेज करना अच्छे से चलाना माता उसमें सहयोग करती है लेकिन प्राइमरी जॉब किसका है सन का है ना कमाने का धन कमाने का मेन जो हमारे समाज में बनाया गया सिस्टम वो फादर का ही है ना औरत कमाए अच्छी बात उसम कोई दिक्कत नहीं है लेकिन औरत को कमाने की मजबूरी ना हो यह मेक शर करना आदमी का काम है उसकी हॉबी है वह कमाना चाहती है जरूर कमाए नहीं कमाना चाहती शी कैन सट एट होम रनिंग अ हाउस इ रिस्पांसिबिलिटी ऑफ अ सन तो संसार को चलाने की जिम्मेदारी किसकी है सन की है चाहे अंतरिक्ष में सूर्य हो चाहे घर में पिता हो जिम्मेदारी दोनों की एक जैसी इसीलिए सन में सबसे बड़ी क्वालिटी होती है यह हार नहीं मानता क्योंकि उसके पास ऑप्शन नहीं एक पिता अपने बच्चे को पालने के लिए कुछ भी करेगा लेकिन वह करेगा उसके पास हारने का ऑप्शन है नहीं है इसलिए सन को करेज माना गया हिम्मत माना गया उसके अंदर इतनी आग होती है कि वह ठंडा हो ही नहीं सकता जहां पर ठंडक की जरूरत होती है वहां पर माता काम आती है लेकिन सूर्य गर्मी का कारक है क्यों वो ठंडा पड़ गया तो घर कौन चलाएगा सूर्य ऊपर अगर कुछ गड़बड़ करेगा तो यूनिवर्स कैसे चलेगा सेम सिस्टम है सेम सॉफ्टवेर अब बाकी बचे ये सात घोड़े सात प्लेनेट है यह सातों प्लेनेट हमारे ऊपर टॉर्च मार के बैठे होते हैं ऊपर सन से रेज आती है और आपकी बॉडी में एंटर करती है एंटर कहां से करती है जहां पर हम लोग चोटी करते हैं चाहे वो मेल हो चाहे वो फीमेल हो वहां से एनर्जी एंटर करती है और एंटर करने के बाद अपनी अपनी जगह पर वोह चली जाती है सात जगहों पर चली जाती है यह सात जगह जो है यह सात प्लेनेट के अपने अपने बेडरूम समझ लो आपकी बॉडी के अंदर इन्होने जाकर अपने अपने कमरे में जगह पकड़ लेनी है और इसी से आपका औरा बनता है आपका जो औरा है इसी एनर्जी का रेडिएशन है उसी एनर्जी की वाइब्रेशन है जो एक्सपेंड होती है और आपके रा में आसपास हो जाती है उसको हम मैग्नेटिक फील्ड बोलते हैं जैसे मैग्नेट देखने में जैसा भी हो लेकिन लोहे की चीज आते ही उसके मैग्नेटिज्म का पता लगता है वो कितना पावरफुल है ऐसे ही हमारी बॉडी में से भी रेज निकलती है वह रेज जो है वही हमारे प्लेनेट की एनर्जी है अच्छी है तो अच्छी खराब है तो खराब फीमेल्स में हमारे य हिंदुस्तान में अनफॉर्चूनेटली ऐसा है लेकिन उसकी वजह से हमारे यहां हिंदुस्तान में फीमेल की वो सेंस एक्टिव हो गई बहुत ज्यादा वो सेंस कौन सा है कि अगर आप आगे जा रहे हो और आपके पीछे कोई लड़का आपको बुरी नजर से देख रहा है या उसकी इंटेंशन टुवर्ड्स आपके लिए बैड है तो फीमेल्स को क्योंकि बचपन से उनको प्रैक्टिस होती है उनको पता लग जाता है उनकी छठी इंद्रिया एक्टिव रहती है आपके पीछे कभी भी कोई ऐसा इंसान जिसके ऊपर आपको अन प्लेजट सा लग रहा हो आप पीछे मुड़ के देखते हो ना यू फील समथिंग बैड ना आपको एहसास हो जाता है ना पीछे कुछ गड़बड़ है यह आपको इसलिए पता लग जाता है क्योंकि आपको प्रैक्टिस कराई गई बचपन से मेल्स को यह प्रैक्टिस नहीं कराई जाती तो उनकी य सेंस डेवलप नहीं हो पाती लेकिन फीमेल्स में वो डेवलप हमारे य हो जाती है इसका मतलब क्या है उसने तो आपको कुछ कहा नहीं लेकिन आपको फिर भी कुछ फील हो गया इसलिए हुआ क्योंकि उसने आपके औरा के अंदर एंट्री करी उसकी जो बैड वाइब्स है उन बैड वाइब्स ने आपके रा के अंदर एंट्री करी जब भी कोई घटना हमारे जीवन में होती है तो वह घटना पहले इसको ध्यान से समझिए पोर्टेंट चीज बता रहा हमारे जीवन में जब भी कोई घटना होती है तो उस घटना के होने से पहले वह घटना यूनिवर्स में हो जाती है पहले यूनिवर्स में होती है यूनिवर्स में होने की वजह से वही सेम इवेंट आपके रा में होती है और फिर आके आखरी में आपकी बॉडी के अंदर होती है और जब आपकी बॉडी के अंदर वो इवेंट होती है तब आपको कहीं ना कहीं ठंडा गर्म पेन महसूस होता है तो वो इवेंट कब हुई जब आपको ठंडा गर्म लगा या जब आपको मान लीजिए कोई आपको पिन चब हो रहा है सामने से पिन चब हो रहा है ऐसे लेके आ रहा है आपकी तरफ ऐसे पिन चब होने के लिए तो चुभने से पहले आपको उसका दर्द हो जाता है ना आपने देखा होगा कई वीडियोस है इंजेक्शन लगाते हो इंजेक्शन की सोई अभी दूर ही है बच्चे की तरह उछलने लग जाते हैं लोग क्योंकि उनके दिमाग में वो इवेंट हो गई कि इंजेक्शन लग गया मुझे और उनको इंजेक्शन से लगता है डर इंजेक्शन असल में तो लगा नहीं लेकिन उन्होंने उस इवेंट को अपने थॉट प्रोसेस में एग्जीक्यूट करा लिया सेम उसी तरीके से हमारे जीवन में जब भी कोई घटना होती है उसकी एक पैरेलल इवेंट सेम यूनिवर्स में हो जाती है जब वह यूनिवर्स में इवेंट होती है फिर आपकी बॉडी में होती है आपके लाइफ में होती है और आपको पेन होता है इसके बीच का टाइम गैप जो है वह बहुत नॉमिनल है है ही नहीं एक तरह से लेकिन वह पहले घटना इवेंट जो है आपकी वह आपकी बॉडी के बाहर होती है आपकी बॉडी के अंदर बाद में आती है तो यह जो हवा कुछ इवेंट्स होती है यह आपके ऊपर इफेक्ट करती है अगर आपका औरा मजबूत है तो जो बाहर से आपके ऊपर इंपैक्ट आ रहा है झटका लगने के लिए जो इवेंट का झटका लगने वाला है अगर आपका रा स्ट्रांग है तो वह उसको रिफ्लेक्ट कर देगा तो जो बैड इवेंट होने वाली है वो उसका मुकाबला करने के ला है आपका रा जब आपका रा स्ट्रांग हो जाता है तो आपके साथ बैड इवेंट्स नहीं होती और रा को स्ट्रांग करने का एक मात्र तरीका है मेडिटेशन जैसे जैसे आप मेडिटेशन करते जाओगे वैसे वैसे आपका औरा स्ट्रेंथ होता जाएगा मजबूत होता जाएगा और जैसे जैसे आपका और स्थन होता जाएगा आपके ऊपर जीवन में होने वाली घटनाएं नहीं ब बंद नहीं होंगी मैं ये नहीं क रहा बंद हो जाए लेकिन आपके ऊपर उसका इंपैक्ट नहीं आ फर्क नहीं पड़ेगा उस तो जीवन में जो बड़ी से बड़ी लोग इतना रेमेडी के पीछे परेशान है आजकल तो रेमेडी ही रेमेडी रह गई है सिर्फ लोगों को और कुछ नहीं चाहिए बस रेमेडी दे दो दाल चावल चीनी बता दो कुछ उसी से उनका काम चल जाता है सबसे बेहतरीन रेमेडी जिसमें एक पैसा नहीं लगता वह है ध्यान मेडिटेशन जैसे जैसे आप मेडिटेशन करते जाओगे आपका रा स्ट्रांग होता जाएगा आपके रा में कोई डर्टी इमेज डर्टी एनर्जी वह एंटर ही नहीं कर पाएगी और जब एंटर ही नहीं कर पाएगी तो आपके जीवन में कोई बुरी घटना आपके ऊपर इंपैक्ट नहीं करेगी घटना नहीं होगी मैं ये नहीं कह रहा घटना तो होगी लेकिन आपके लिए वो कुछ खास नहीं होगी हमारे बड़े हमेशा यह बोलते थे कि ईश्वर जो तकलीफ है वह तो हमारे भाग्य की है बस हमें शक्ति दे कि हम उसको संभाल सके हम उसको सहन कर सके तो जैसे जैसे आप मेडिटेशन करते जाते हो वैसे वैसे आपका रा स्ट्रांग होता जाता है मेडिटेशन करने वाले को जिंदगी में किसी रेमेडी की जरूरत नहीं होती आपका कौन सा प्लेनेट खराब है कहां पर खराब है कब खराब है कितना खराब है पत्रिया दिखाते दिखाते लोग परेशान हो जाते हैं लेकिन अगर आपको सिंगल शॉट सलूशन चाहिए तो मेडिटेशन ध्यान कोई भी परेशानी कुछ भी हो ए बी सी कोई भी परेशानी हो ध्यान सबका इलाज है ज्यादातर लोग इसके बारे में बताते नहीं क्योंकि इससे धंधे का नुकसान हो आजकल व्यापारी हैं सारे मैं भी उन्हीं में हूं तो हम तो चाहते हैं आप लोग आते रहो पत्रिया पूछते रहो पैसे देते रहो है ना लगे रहो लेकिन आप लोगों को आसान रास्ता बता किसी मेरे जैसे की जरूरत नहीं है कभी भी नहीं पड़ेगी आप यूनिवर्स के साथ अपने आप को कनेक्ट कर लो यूनिवर्स के साथ कनेक्ट करने का एक ही तरीका है अपना रा स्ट्रांग करो मेडिटेशन करो ध्यान करो और अपने आप उस डिवाइन से आप कनेक्ट हो जाते जब आप डिवाइन से कनेक्ट होते हैं तो आपकी रक्षा डिवाइन करते है आपको किसी एजर की किसी पूजा की किसी पार्ट की किसी और चीज की जरूरत नहीं पड़ेगी मुझे पता है यह कहने के बाद सबसे ज्यादा नुकसान मेरा ही होगा लेकिन एक बात बताता हूं सुनने में बहुत अच्छा लग रहा है होगा नहीं क्योंकि दिक्कत यह है कि मुफ्त की चीज किसी को भी आसानी से पच जाए ऐसा होता नहीं हम सब ऐसे ही हैं कि हमें जब तक पैसा खर्चा ना हो हमें लगता है यार यह चीज काम नहीं करेगी एक हमारा कोर्स है स्वर का स्वर से आप अपनी बहुत सारी प्रॉब्लम्स ठीक कर सकते हो आपकी सांस लेने के मेथड से आप अपनी जिंदगी की बहुत सारी परेशानियां ठीक कर सकते हो उसमें पैसा नहीं लगता इसीलिए उसको कोई भी ज्यादा दिन तक प्रैक्टिस नहीं करता थोड़े दिनों में करके सब छोड़ देते हैं और मेरा प्रॉमिस है अगर आप छ महीने ढंग से स्व की प्रैक्टिस कर लो आप अपने जीवन में आपको अगर कभी किसी मेरे जैसे की जरूरत पड़ जाए तो बता देना आपकी जिंदगी की बड़ी से बड़ी परेशानियां चल रही हो ठीक ना हो रही हो आप स्वर का अभ्यास कर लो सही तरीके से सीख के आपको जिंदगी में किसी की जरूरत नहीं पड़ेगी कभी नहीं पड़ेगी लेकिन चक्कर तो यही है ना कि री की चीज है तो कैसे मजा आए इसमें तो कुछ लग ही नहीं रहा ऐसा थोड़ी होता है कि सांस ऐसे लो जा लो और सब ठीक हो जाए ऐसा कैसे होता है ऐसा नहीं हो सकता हमें विश्वास ही नहीं होता मैटेरियलिज्म के दुनिया में जी रहे हमें लगता है जब तक दवाई महंगी ना हो दवाई काम नहीं करेगी हम उन्ही लोगों में से है ना सस्ती गोली हो तो असर ही नहीं करेगी महंगी गोली हो तो असर करेगी दवाई का सस्ती महंगी से क्या लेना देना उपाय का सस्ते महंगे से क्या लेना देना जो उपाय दो रुपए में हो सकता है जिनके पास पै उनको बता दो कि भाई साब य दो रप का उपाय कर लो वो दोबारा आपके पास आएगा नहीं यार बताया ही कुछ नहीं मैंने एक को बताया भाई साहब हरी मिर्च छोड़ दो आधा घंटा कंसल्टेशन के बाद कहते हैं सर आपने उपाय तो कुछ बताया ही नहीं मैंने कहा बताया तो हरी मिर्च छोड़ दो बस इतना उपाय मैं करके देखो थोड़े दिनों बाद आए काम तो अभी भी नहीं बना मैंने कहा हरि मिच छोड़ दी बोले हां छोड़ दी फिर थोड़ी देर बाद अपने आप बोला अब मैं लाल मिर्च खाता हूं आशुतोष यही होगा अभी आया होगा तो आशुतोष पता नहीं है नहीं है तो जो चीज आप से नहीं छूटने वो नहीं छूटेगी श्रीकांत जी को मैंने बोला किसी को खाना खिला दो मैंने अपने लिए थोड़ी कुछ मांगा खाना मुझे थोड़ी भेज रहे हैं ना मैं पत्थर बेचता ना मैं आपसे पूजा पाठ करने के लिए कुछ मांगता कि मैं आपकी पूजा कर देता हूं मेरे पास तो कोई और चीज है ही नहीं कुछ देता बेचता ही नहीं हूं सिर्फ नॉलेज शेयर करता हूं श्रीकांत को मैंने बोला कि भैया जाओ समोसे खिलाओ लोगों को ये एक दुकान पर खड़े रहे कहां है श्रीकांत श्रीकांत हो आप यह एक दुकान पर 45 मिनट तक समोसे लेकर खड़े रहे कोई उनसे समोसे लेने वाला नहीं आया खाने वाला नहीं आया 45 मिनट बाद य कहते मैं खुद ही अपना एक समोसा खाके घर आ गया आपको क्या लगता है समोसे मैंने कहा खिला दो तो आपके लिए इतना आसान होगा नहीं होगा अगर रेमेडी सही है तो वो काम ही नहीं करेगी इसलिए नहीं कि आप करना नहीं चाहते आप करना चाहोगे तो भी नहीं होगी तो असली रेमेडी वही होती है जो ना हो पाए आसानी से मेडिटेशन भी ऐसे ही मैं कह दूं आप मेडिटेशन करो आपका सब ठीक हो जाएगा अरे यार इससे क्या होगा 10 मिनट चुप बैठने से कुछ होता है 10 मिनट चुप बैठने से दुनिया बदल जाती है बैठ के तो देखो दूसरा एक लोगों के मन में बात आती है कि सर मेडिटेशन करते हैं तो ध्यान नहीं लगता कुछ लोग मेरे को बताते हैं कि वो रोज एक घंटा ध्यान करते हैं वो रोज डेढ़ घंटा ध्यान करते हैं मुझे अंदर से हंसी आती है ध्यान एक घंटा डेढ़ घंटा कर ही नहीं सकते आप एक घंटा ध्यान में बैठोगे उस पूरे एक घंटे में 30 सेकंड 60 सेकंड 90 सेकंड दो मिनट ढाई मिनट का ऐसा समय होगा जब आप असल में ध्यान में होगे ध्यान में होना मतलब उस डिवाइन से कनेक्ट होना और यहां पर जीरो हो जाना दो घंटे डेढ़ घंटा एक घंटा तो कोई जीरो पर रह ही नहीं सकता पॉसिबल ही नहीं आप शांत बैठे हो यह मैं मान सकता हूं आप एक जगह पर टिक के बैठे हो ये मैं मान सकता हूं ध्यान दो घंटे किया ये तो आप अपने आप से इतना बड़ा झूठ बोल रहे हो कि मैं क्या बोलू अगर आपका रोज एक मिनट भी ध्यान लगता है एक मिनट तो आप बहुत अच्छे मेडिटेशन करने वाले हो धीरे धीरे धीरे धीरे करके आपको मेडिटेशन में बहुत सारी चीजें दिखने लग जाएंगी और जब दिखने लग जाएंगी तब आपको मेडिटेशन में या ध्यान की अवस्था में राधारा से ध्यान की अवस्था में जाने में समय कम लगने लग जाए शुरू में जब आप 40 मिनट ध्यान में बैठोगे तो हो सकता है 35 मिनट तक आप कुछ ना कर पाओ आखिरी के मिनट में कहीं डिवटी से कनेक्ट हो जाओ तो हो जाओ लेकिन जब प्रैक्टिस हो जाएगी तो ध्यान में जाना 10 सेकंड का काम ध्यान में जाने के लिए आंखें बंद हो यह भी जरूरी नहीं आप ड्राइव करते करते भी ध्यान में जा सकते हो जाना मत क पता लगा गाड़ी ठोक दो लेकिन आप वाइल ड्राइविंग भी यू कैन गो इनटू ट ध्यान स्टेट एक एक्सपेरिमेंट मैंने किया था एक बार किया क्या था करना पड़ गया था मुझे एक किसी लड़की के साथ कुछ प्रॉब्लम थी और उसको जब भी प्रॉब्लम होती थी वो मुझे फोन करती थी और मैं उसको उसी टाइम ध्यान में जाकर ठीक कर देता था कुछ मेडिकल इशू था फिट्स पढ़ते थे उसको तो एक बार उसका फोन आया और मैं हाईवे पर था और हाईवे प ऐसी जगह पर था जहां मैं गाड़ी रोक नहीं सकता था तो मुझे सिर्फ ध्यान में जाके कुछ बोलना था मैंने कहा यार क्या करू क्योंकि अगर मैं इसको कहूंगा 10 मिनट में करता हूं तो 10 मिनट में मुझे पड़ता है पता था फिट्स पढ़ते पढ़ते उसकी हालत खराब हो जाएगी 10 मिनट नहीं झेल सकती थी तो मैंने उस दिन प्रैक्टिस करी स्टेयरिंग हाथ में एक्सप्रेसवे पर चल रहा था गाड़ी की 80 की स्पीड थी मैं ध्यान में गया और ध्यान में जाकर मैंने जो करना था किया एंड विदन 30 सेकंड्स वापस आ गया 20 से 30 सेकंड में यह सब प्रोसेस करके मैं वापस आ गया ड्राइव करने लग गया रोका नहीं गाड़ी मैंने गाड़ी अती पर चल ही रही थी तो ध्यान में जाने के लिए एक घंटा नहीं चाहिए ध्यान में जाने के लिए घंटों नहीं चाहिए जब आपकी प्रैक्टिस हो जाएगी तो आप ध्यान में 10 सेकंड पा सेकंड में भी जाओगे और बैठे-बैठे लोगों से बात करते करते जैसे मैं अभी आप लोगों से कर रहा हूं इस अवस्था में भी मैं ध्यान में रह सकता हूं कंटीन्यूअसली मैं ध्यान में भी रह सकता हूं और आप लोगों के साथ बात भी कर सकता हूं मेरा जब कभी फ्लो बनता है तो मैं ध्यान की स्टेट में चला जाता हूं और ऐसे में जब बीच में लोग बोल देते हैं तो मेरा बहुत मूड खराब होता है कई बारी मैं चिल्ला भी बैता हूं कुछ लोगों को बुरा भी लग जाता क्योंकि आपने मेरा ध्यान तोड़ दिया मेरे को बहुत तकलीफ ज्यादा होती है आप लोगों को लगता है कि मैं इतना कुछ याद रख सकता हूं जो मैं आप लोगों को पढ़ाता हूं आप लोगों ने कभी मेरे हाथ में नोट्स किताबें कुछ देखा है कभी देखा है कुछ कुछ नहीं ना मुझे बड़ा इरेसिंग लगता है कि अगर मेरे पास नोट्स है और मुझे नोट्स देख के पढ़ाना पड़ रहा है कभी-कभी कुछ पॉइंटर मैंने इन दिनों लिखे हैं नए तो वो मैंने लिखे हैं लेकिन मुझे बहुत इरेसिंग लगता है कि मुझे नोट्स बनाने की क्यों जरूरत पड़ती है तो ध्यान में जाने के लिए जब आप ध्यान में जाते हो ना तो देखो आपको एक चीज बताता हूं नॉलेज एक ऐसी चीज है जो आपको सिर्फ और सिर्फ तभी मिल सकती है जब आप ध्यान में जाओ जब आप ध्यान की अवस्था में जाते हो ना तो यूनिवर्स अपना डाटा आपको ट्रांसफर करता है ब्रह्म ज्ञान जिसको बोलते हैं ब्रह्म ज्ञानी उनका क्या होता है वो ब्रह्म से कनेक्ट कर जाते हैं तो जब ब्रह्म से कनेक्ट कर जाते हैं तो उनको नॉलेज अपने आप मिलने लग जाती है आप लोगों ने शायद सुना होगा वेस्ट में इन चीजों को ज्यादा वो प्रमोट नहीं करते वह अपने फ्लेवर में रहते हैं लेकिन आप लोग अगर कभी थोड़ा सा समझने की कोशिश करोगे ना तो दुनिया में जितने महान लोग हुए यह सब ध्यान करते थे आइंस्टाइन से लेके विवेकानंद जी से लेकर कोई भी वो मैथ्स के फार्मूले किसने लिखे थे दीवार में वंदना जी क्या नाम था उनका रामानुजन रामानु जी ने दीवार पर कुछ फार्मूले लिखे थे साइंस अभी तक उन फर्मूला को संभाल नहीं पाया समझ नहीं पाया वो अभी नहीं समझ में आएंगे वो और 100 साल बाद इंसान को समझ में आएंगे स साल बाद इंसान को समझ में आएंगे लेकिन रामानुजम जी ने जब ध्यान में बैठे तो वह सारे फार्मूले देखे और उन्होंने ट दीवार पर लिख दिए क्योंकि उनको सपने में दीवार में लिख के दिखाई दिए आइंस्टाइन जब भी कुछ करने लगते थे तो वह ध्यान में बैठते थे अपने हाथ में एक वो बॉल होती है ना जो स्ट्रेस बस्टर बॉल जिसको बोलते हैं वो बॉल लेकर बैठते थे कुर्सी पर और ऐसे बैठे बैठे घंटों बैठे रहते थे ध्यान में जाने की टेक्निक है यू हैव टू फोकस योर थॉट प्रोसेस ऑन समथिंग आपका जो ध्यान है जो इधर उधर बहुत ज्यादा भागता है बटता है उसको कंसंट्रेट करने का एक तरीका है हाथ में वो स्ट्रेस बॉल ले लो और उसको ऐसे ऐसे दबाते रहो प्रेस करते रहो आपका सारा ध्यान इधर उधर जो भटकता है व सारा कहां चला जाएगा बल में चला जाए तो ध्यान का भटकना बंद हो जाएगा तो दैट विल बी इजी टू गो इनटू मेडिटेशन तो मेडिटेशन में जाने के बहुत सारे तरीके हो सकते हैं आपको अगर नॉलेज लेनी है शुरू शुरू में तो हर कोई किसी ना किसी टीचर से कुछ ना कुछ सीखता ही है लेकिन एक स्टेज वो आ जाती है जब प्रकृति आपको खुद सिखाने लग जाती है डिवाइन आपको खुद समझाने लग जाता है बेटा इसको ऐसे देख इसको ऐसे कर इसको ऐसे कर वो समझ आपके अंदर डेवलप हो जाती है वो बिना ध्यान के नहीं होती एक होते हैं दुनियावी गुरु दुनियावी गुरु मतलब मेरे गुरु जी फलाने हैं मेरे गुरु जी फलाने लेकिन जब आप उससे कनेक्ट हो जाते हो ना तो फिर आपको किसी गुरु की जरूरत नहीं होती क्योंकि आप ब्रह्म गुरु से जुड़ जाते हो ब्रह्म से जुड़ जाते हो वहां से जिस दिन आपका डाटा ट्रांसफर होने लग जाता है आपके अंदर के सारी चीजें जागृत हो जाती है सारे चक्र जागृत हो जाते हैं इस तरीके से हमारा औरा हमारा शरीर बनता है अब इस शरीर के अपने सात परते हैं रा की सात परते हैं हमारे शरीर की भी अपनी सात परत एक परत है जो जानवर बना देती है जानवर का क्या काम है खाना पीना सृष्टि का सृजन करना सो जाना अगले दिन फिर पैदा होना फिर वही करना फिर वही करना फिर वही करना पशु का जीवन उसको सिर्फ अपना भोजन चाहिए आज का टास्क क्या है दोपहर का खाना हो गया शाम का चाहिए शाम का हो गया सुबह का कर सुबह का सुबह देखेंगे कई लोग अपने जीवन में ऐसे ही जीते हैं जो अपने से ऊपर नहीं उठ पाते और जो अपने से ऊपर नहीं उठ पाते भगवान उसकी तरफ देखता भी नहीं आपको भगवान को पाना है ना ईश्वर को पाना है आप उसको जिस रूप में भी मानते हो व कोई भी रूप हो सकता है अगर आपको ईश्वर को पाना है तो अपने से बहुत ऊपर उठ के देखना पड़ अपने से ऊपर और अपनों से ऊपर उठके जब आप दूसरों के लिए कुछ करना शुरू हो होते हो तब आपका गुरु जागृत होता है जब तक आप मेरे को क्या मेरा क्या करते हो तब तक आपका गुरु जागृत नहीं हो सकता आप जिंदगी में कभी भी तरक्की नहीं कर सकते आप जब अपने से ऊपर उठके दूसरों के लिए लोगों के लिए देश के लिए समाज के लिए करना सोचना शुरू करोगे आपको तब कुछ मिलना शुरू होगा तब ईश्वर कहता है तुम मेरे नजदीक आ रहा है अब मैं देखता हूं तो अब अपने लो से ऊपर उठ गया परीक्षा बहुत लेता है आसान नहीं है अपने से उठके दूसरों के लिए कुछ करना मैंने ऐसे ऐसे लोग देखे हैं जो अपने घर का लुटा देते लेकिन जो दूसरों के लिए करने का कमिटमेंट है उसको पूरा करते अभी पिछ क्लास में मेरी लड़की है बविता ऑस्ट्रेलिया से वो बता रही थी एक लड़का था उसने हर साल कुछ 6000 000 कुछ दान के लिए रखे हुए थे कि कोई इवेंट होती थी तो वो उसमें दान जरूर देता था और जब वो इवेंट आई तो उसके पास उस इवेंट को देने के लिए दान के लिए पैसे नहीं थे उसके अकाउंट में सिर्फ 000 थे उसने सोचा नहीं कि मेरा कल क्या होगा मैं सुबह का नाश्ता कहां से करूंगा कैसे करूंगा उसने नहीं सोचा और 000 उठाकर जिनको वो दान देता था हर साल कोई धार्मिक इवेंट में अपने 000 आखिरी अकाउंट में बचे हुए पैसे भी उसने दान कर दिए 00 हज उसकी सैलरी थी उसने बोला आज मेरी हालत ठीक नहीं है लेकिन मेरा जो प्रॉमिस है एक धार्मिक इवेंट के लिए जो मैं इतने सालों से वचन अपना देता पूरा करता आया हूं मैं वो नियम नहीं तोडूंगा चाहे जितने भी पैसे हैं मेरे पास उसने वो 6000 के 6000 दान दे दिए दो महीने बाद ढाई महीने बाद उसकी न लाख रप की नौकरी लगी जब आप समाज के लिए करते हो तो ईश्वर आपके लिए करता है बिना आप समाज के करे सोचो कि ईश्वर आपको देख लेगा आपके लिए कुछ करेगा ये कभी नहीं होगा वह कहता है मैंने तुझे भेजा है मेरे काम करने के लिए मेरे काम जिस दिन तू शुरू करेगा उस दिन तू मेरा अदर वाइज तो तू जैसे बाकी जानवर है ऐसे तू है वह भी जी रहे हैं खा रहे हैं मर रहे हैं तू भी जी खा मर सबका वही प्रोसेस है लेकिन जिस दिन तू मेरे काम करने लगेगा उस दिन मैं तेरा ख्याल रखूंगा जब आप दूसरों के काम करने लगते हो तो आपका ख्याल ईश्वर खुद रखता है लेकिन उसके लिए अपनी बेल्ट थोड़ा चेंज करनी पड़ती है हम कहते हैं मैं क्या मेरा क्या इसको क्यों इससे नहीं चलती दुनिया मेरे टीचर्स ने मुझे ज्ञान नहीं दिया होता तो मैं आगे पढ़ा पाता मुझे भी तो किसी ने दिया ना उन्होंने मुझे नहीं दिया होता तो मैं आज इस लायक होता कि मैं आप लोगों को कुछ दे सकूं उन्होंने दिया इसलिए मैं दे पा रहा मैं दूं ना फिर कैसे चलेगा एक टीचर का काम है गुरु का काम है देना मजबूरी है करें क्या पैसे लेने पड़ते हैं घर चलाना है मजबूरी है व क्योंकि लोग अब गुरु दक्षिणा अपने आप तो देते नहीं मैं किसी से गुरु दक्षिणा मांग लू तो रप पकड़ाएंगे बता र में मेरा बच्चा कैसे पलेगा फिर मुझे मांगने पड़ते हैं नहीं भाई 2 नहीं होंगे 25 हज होंगे समाज बदल गया तो गुरु बदल गए क्योंकि गुरु भी तो उसी समाज में रह र है ना मैंने भी तो अपने बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ाने हैं तो मुझे फीस लेनी पड़ेगी आपसे क्योंकि आप तो दोगे नहीं मट्ठी बंद करके देते हैं लोग बस इतने ही है गुरुजी रख लो बस चुपचाप तो प्रोफेशनलिज्म कहीं ना कहीं हमें भी करना पड़ता है कलयुग में गुरु को भी कमाने की चिंता करनी पड़ जाती है नहीं तो गुरु को कमाने की चिंता नहीं होनी चाहिए गुरु का ध्यान तो लोगों ने रखना है समाज ने रखना है मंदिर में जाते हो इतने इतने चढ़ावे चढ़ा के आते हो नहीं आते आटा दाल चावल किसी मंदिर के पंडित जी से पूछो कितना राशन है भाई इतना राशन है कि पूरे मोहल्ले को खिला सकता मेरे है एक दो पंडित जो मंदिर में बैठते वो बेचारे बांटते ही रहते फ्रूट हो जाए और तौर से जो फेस्टिवल होते हैं उनमें तो इतना होता है कि व बेचारे बांट बांट के थक जाते हैं कहां बांटे यही तरीका होना चाहिए गुरुओं को ऐसे ही दिया जाना चाए लेकिन हम मंदिर में दे देते गुरु को नहीं देते गुरुजन कहते ठीक है तुम फस दे दो कुछ तो दो मजबूरी है ना क्या करें अल्टीमेटली मेडिटेशन इज द बेस्ट रेमेडी सारे प्रॉब्लम्स का एक मात्र सलूशन है रेमेडी का जो दूसरा तरीका है व है ध्यान आज मैं आप लोगों को एक एक्सपीरियंस कर ना चाहता हूं ध्यान की जगह ध्यान तो कराऊंगा आप लोग सब लोग अपने आसपास खड़े होने का इंतजाम करिए एक कोई आसन ले लीजिए नीचे जमीन पर बिछाने के लिए कारपेट बिछाओ कुछ सुन लीजिए पूरा पूरा सुन लीजिए प कोई पायदान हो मैट हो कुछ भी हो नीचे कुछ पैर बिछा लीजिएगा नीचे जमीन से पैर कनेक्ट नहीं हो अर्थ से कनेक्टिविटी नहीं हो और अपने दोनों हाथ ऐसे फैला के और पाम ऊपर करके यह हिस्सा उसमान की तरफ करके ऐसे करके और ऐसे ऊपर सर करके और दोनों पैर आपस में जोड़ के जैसे हम नॉर्मली खड़े होते हैं तो हमारे पंजे अलग अलग होते हैं ना आगे से थोड़े से फैले हुए होते हैं तो कोशिश कर थोड़ा सीधे हो ठीक है जब मैं कहूंगा तब जब आप यह करोगे और मैं यहां से कुछ आप लोगों के साथ करूंगा आपको अपने शरीर में करंट दौड़ता हुआ महसूस होगा ऐसा लगेगा कोई बिजली का तार है जिसके अंदर करंट आपकी बॉडी में चल रहा है यू कैन फील ट सेंसेशन इन योर बॉडी और वह आपके दोनों हाथों में आएगी इस हाथ में और इस हाथ में और आपकी यह जो नसे हैं यहां पर पूरी यह सारी इन नसों के थ्रू व एनर्जी सारी आपके हार्ट चक्र में आएगी और हार्ट चक्र से फिर आपके सारे शरीर में वह डिस्ट्रीब्यूटर क्या है मैं आप लोगों को बताता हूं अगर मैं करता हूं तो क्या फील होगा और नहीं करता हूं तो क्या फील होगा मैं दोनों को बताता हूं बल्कि दोनों करेंगे थोड़ा इंतजाम कर लीजिए अपने आसपास पायदान वायन का कुछ कर लीजिए और यह शैतान को शांत कर दीजिएगा शैतान पाव कैसे रखने दोनों पांव सीधे रखने ऐसे कोशिश करना कि सीधे रहे ऐसे खुले ना रहे जितना हो सके मैट बट का इंतजाम कर लीजिए अभी बाद में फिर प्रैक्टिकल कर स बेट पर बैठे हैं तो चलेगा ना नहीं जमीन पर खड़ा होना है बैठना किसी ने भी नहीं है सबने खड़े होना है वंदना जी खड़े हो जाओ दई कंबल छोड़ो हाथ कैसे रखने दोनों हाथ ऐसे दोनों दिशाओ में फैले हुए दोनों हाथ ऐसे दोनों दिशाओं में फैले हुए और हाथ ऐसे ऊपर की तरफ होंगे यह पाम जो आपकी आसमान की तरफ हो ठीक है मैं आप लोगों को दो मिनट का समय दूंगा दो मिनट कर नहीं पाओगे मुझे पता है नहीं कर पाओगे लेकिन कोशिश करिएगा अगर हो जाए तो ठीक है मैं सिर्फ स्टॉप वच हूं आप लोगों का अभी दो मिनट आप लोग करोगे फिर मैं अपने ढंग से कराऊंगा एंड यू कैन फील द डिफरेंस बिटवीन बोथ ऑफ देम ठीक है आपने जो मंत्र जो प्रार्थना जो भक्ति जो ईश्वर का नाम लेने का आपका मेथड है जो है जैसा आप लेते हो वैसा लीजिए मेरी तरफ से कोई मना नहीं ठीक है यह आप ले रहे हो फिर मैं लूंगा ठीक है इसका सीधा सधा सा लॉजिक क्या है मैं बता देता हूं अब जो आप कर रहे हो यह आपकी एनर्जी से होगा और जब मैं कराऊंगा तो यह ध्यान आप मेरी एनर्जी से करोगे ठीक है तो अभी जो करना है व आप अपनी एनर्जी से कीजिए ठीक है ऐसे नहीं रुक जाओ अभी मत करो रुक जाओ थक जाओगे ऐसे ही मतलब इतने इतने उतावले मत हाथ नीचे शांत हाथ ल लीजिए आंख बंद कीजिए मोबाइल सबके शांत किसी का मोबाइल ना बजे गुरविंदर रुक जा अपने ईश्वर का ध्यान कीजिए नाम लीजिए आंख कीजिए और जस्ट ट्राई टू फील की एनर्जी ऊपर से आ रही है आपके दोनों पाम से आपकी बॉडी में अंदर आ रही है आपके हाथों से आपके चक्र में जा रही है मैं कमेंट्री करू मैं करता सब लोग बिल्कुल शांत अपने दोनों हाथ फैला के अपने दोनों आपस में एक दूसरे के साथ कोशिश करें जितना सीधे हो सके तीन गहरी सांसे लीजिए और छोड़िए तो अब अपने ईश्वर का ध्यान कीजिए कि हे परमपिता परमात्मा हाथ बराबर रखिए 90 डिग्री पर ये 180 डिग्री पर वैसे बिल्कुल कंधों के साथ शोल्डर के साथ बराबर ऊंचे नीचे हाथ नहीं चाहिए हां ऐसे बराबर से बिल्कुल सीधे ठीक है ऐसे मत करना ऊपर की तरफ पटी नहीं करनी पैरेलल 180 डिग्री सीधा टी शेप बनानी है ठीक है और हथेली ऊपर की तरफ दोनों ओ शांत मन से अपने ईश्वर का ध्यान करते हुए अपने ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि हे प्रभु हमें अपनी अनंत एनर्जी से ब्लेस करें हम ईश्वरी ऊर्जा को लेने के लिए रिसीव करने के लिए बिल्कुल तैयार है और अपने दोनों हाथ इस यूनिवर्स की तरफ करके अपने दोनों पाम ईश्वर की तरफ करके शांत मन से आपसे प्रार्थना करते हैं कि हमें अपनी ऊर्जा से ब्लेस करे मेरे पांच गिनने तक ईश्वर आपको अपनी एनर्जी से ब्लेस करना शुरू करेंगे एक और आपके हाथों से वो एनर्जी बहते हुए आपके हार्ट तक पहुंचेगी दो द एनर्जी फ्लो ज ट टू स्टार्ट ्र फोर और जैसे ही मैं बोलूंगा वैसे ही आपकी बॉडी में एनर्जी का फ्लो शुरू हो जाएगा और पांच ईश्वरी ऊर्जा आपके शरीर में आपके पाम से एंटर करके आपके हृदय चक्र तक आपके हाथों की से पहुंच रहे हैं यू कैन फील द फ्लो ऑफ द करंट करंट आपकी बॉडी में आपके हाथों से आपके हृदय चक्र तक पहुंचता हुआ अपने हाथों की नसों में तनाव बहता हुआ करंट ऊर्जा महसूस कीजिए जो लोग थक जाए वो थैंक यू बोल के हाथ जोड़ के नीचे कर ले स थैंक यू थय थैंक यू थैंक यू थैंक यू आ जाइए वापस थैंक यू अब अगर किसी को कोई एक्सपीरियंस हुआ है तो वो शेयर करें सब लोग नहीं सर हुआ सर मतलब पहले कुछ नहीं हो रहा था जब आपने ऐसे बोला ना कि वो एनर्जी आपकी तरफ आ रही है कंधे भारी हो रहे हैं और वो एकदम से भारी होना भी शुरू हुए और भारी होने के बाद पसीने भी छूटने लगे काइंड ऑफ आई डोंट नो व कि क्यों हो रहा है पसीने भी छूटने लगे और एकदम से कंधे भी भारी होने लगे तो मतलब इयरफोन लगाए हुए तो कं सुन रहा हूं मैं आपको बट ऐसा लगा कि सर पहली बार ऐसा महसूस हुआ सीने पर कुछ भार सा महसूस हुआ हेवीनेस यर मतलब कंधे से मालूम पड़ रहा था कि यहां से वो बाहर जो है वो यहां मतलब हो रहा है सीने पे आ रहा है सर मेरे साथ भी सेम रहा और एंड एंड में तो ऐसा लगा जैसे कंधे उस वेग को सहन नहीं कर पाएंगी हम मैंने बोला था दो मिनट आप लोग कर नहीं पाओगे जी बिल्कुल सर पहले ही बोला था दो मिनट सर गर्मी भी लगी सर थोड़ा ये तो भारी हुआ ही है गर्मी जैसी भी लगी थी हा शली तो थकी गई थी हाथ नीचे आ गए दोनों इनके सेंटर इसके सेंटर में य बड़े प्रेशर से कुछ अंदर जा रहा थाव तक जगह जगह करंट का फलो हो रहा था पूरी बॉडी में गर्मी तो र नहीं लगी परसे फलो लग रहा था कुछ समथिंग फलो सेंटर में बडी में ऐसा लग रहा था बॉडी में तार ब तार में करट लर युटका कहा बाहर जैसी निकल रही थी हा जी मीना जी हर नहीं चलती सर लहर जैसे चलती है च रही सर सर हाथों में बहुत ज्यादा वाइब्रेशन हो रही थी और अभी भी एक बड़ी हेवीनेस लग रही है जैसे अभी भी करंट फ्लो चल रहा है और हार्ट ऐसा लग रहा उछल के बाहर आ रहा है हार्ट बीट इनी तेज बढ़ गई ी बहुत फीलिंग थी लेकिन अभी मैंने अभी ये मैंने अपनी एनर्जी से नहीं कराया ये आप लोगों की एनर्जी से हुआ है सोचो जब मैं कराऊंगा तो क्या होगा लगा जैसे लो स्टार्ट हुआ लगा एक सर एक तो ना भारीपन बहुत मतलब हार्ट के ऊपर और सास जो है इतनी तेज हो गई कि वोह कंट्रोल ही नहीं हो रही थी और बिल्कुल ही यह सब पूरी तरह हैवी थे लोर पोर्शन में तो नहीं था लेकिन अपर पोर्शन में यहां तक सारा कुछ ही जिनको जरूरत लग रही है वो पानी जरूर पीले थोड़ा सा हां जी भा जी सर अब एल्बो वेरी हैवी वेरी इंटेंस हैवी की मतलब माय हैंड ब जिससे मैंने नहीं किया वो था और अंदर ऐसा मब टोटल जसे ब्लक नहीं हो जाता ऐसा लग रहा है मुझे अपर पार्ट मेरा जो है ना लाइट ब्लड का सर्कुलेशन बहुत स्पीड से बढ़ा है सर सर मेरे हाथों में मतलब की काफी हेवीनेस थी और चेस्ट में भी लग रही थी और पहले मुझे इतनी ठंड लग रही थी मेरे पसीने आ रहे बहुत गर्मी ल सर फस सर बोलू हा बो सर फेस पर बहुत हीट फील हुई और सेंटर ऑफ द पाम यहां पर कुछ एनर्जी फील हुई मुझे अच्छा लग रहा है सर सर रामम राम राम सर सर दोनों जो हाथ है उसकी मतलब पाम के बीच में ऐसा लग रहा था जैसे कोई एनर्जी पॉइंट है और वहां पर बहुत ज्यादा सेंसेशन लग रही थी जब आप उने काउंटिंग स्टार्ट करी तो जब आपने ू बोला था तो वो टू पर ही व स्टार्ट हो गई थी य एनर्जी फ्लोइंग इनसाइड दोनों हाथों से बिल्कुल हार्ट तक जा रही थी तो बहुत स्ट्रंग फील हुआ हां जी संगीता जी जी सर वही मुझे भी सेम हाथों में बहुत सेंसेशन सा हुआ देन शोल्डर और अपम में बहुत हैवी हो रहा था और पूरी बॉडी में जैसे गर्मी ी हो रहा था और थोड़ा बैलेंस बनाने में मे भी फीट क्लोज थे तो थोड़ा सा मुश्किल हो रही थी बैलेंस करने के लिए हो रही थी ब वा गुड एक्सपी थंक य चलो अब जिसने पानी वानी पीना है वो पी ले हारे तो जी बोलो आप हा जी सर मेरे फादर मेरे साथ बैठे हुए सर तो वो बोल रहे हैं कि अपने सर से पूछो कि मैं 76 इयर्स का हूं तो मैं कर सकता हूं ना हा हा बिल्कुल कर सकते हो सरम बिल्कुल कर सकते हो लेकिन शरीर उतना ही जोर देना जितना आप सह सको ठीक है ये अभी आप लोगों ने अपनी एनर्जी से किया है मैंने ज्यादा उसमें कंट्रीब्यूट नहीं किया सिर्फ मैं उसको एक्टिवेशन ही दे रहा था यहां से अब मैं अपनी एनर्जी से कराऊंगा तो वो थोड़ा और भारी होगा ठीक है यही चीज मैं दोबारा कराऊंगा बट अब मैं अपनी एनर्जी से कराऊंगा तो थोड़ा सहना के लिए ज्यादा हिम्मत चाहिए ठीक है तो अगर आपसे सहा जाए तो ठीक है नहीं तो बीच में ऐसे हाथ है ना तो ऐसे हाथ ले जाकर जोड़ के थैंक य बोलके ईश्वर को और आराम से बैठ जा ठीक है कोई भी कर सकता है कोई दिक्कत नहीं ठीक है जी मेरा तो शोल्डर आपने काट कोई बात नहीं हर कोई कर लेय जरूरी थोड़ी हर एक के लिए होती नहीं है हाज रे नहीं अरे अभी तो और कुछ हो बहुत कुछ हो चता ठीक है चलिए अब इसी चीज को हां जी मेरे तो टेस्ट में अभी तक भारीपन है रहेगा ठीक है अब ये जो आप लोगों ने किया म्यूट कीजिए भाई राजेंद्र सिंह जी मैं म्यूट कर देता हूं स अभी तक जो आप लोगों ने किया यह अपने से किया मेरा सिर्फ कमेंट्री थी अब मैं अपनी ऊर्जा से आप लोगों को सेम चीज कराऊंगा जिससे सहा ठीक है जिससे ना सहा जाए वो नमस्ते करके चुपचाप नीचे बैठ जाए पानी का ग्लास अपने हाथ में ले ले क्योंकि यह एनर्जी हर एक कोई संभाल ले यह जरूरी नहीं ठीक है कैमरा ख मैं तो देख नहीं पाऊंगा फर कैमरा ऑन रखिए फिर भी सब लोग वापस से वैसे खड़े न सब लोग बिल्कुल शांत होके अपने दोनों हाथ दोनों तरफ फैलाकर अपना पाम ऊपर की तरफ करके ईश्वर का ध्यान करें हे ईश्वर मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि इस समय इस रूम में ूम के जितने भी बचे हैं इन सबको अपनी एनर्जी से ब्लेस करें मेरे ईश्वर स्वयं साक्षात ट हो अपनी मचाओं से आप सबको ब्लेस कर रहे आप सबको आपके सहने की शक्ति के हिसाब से ऊर्जा प्राप्त हो उसके लिए मैं ईश्वर को प्रार्थना करता हूं मेरे ईश्वर ने अपनी ऊर्जा हों से आपको ब्लेस करना शुरू कर दिया खुले मन से खुली सोच से खुले हाथों से इस एनर्जी को लीजिए रिसीव कीजिए आपके पाम से य एनर्जी आपके हाथों की नसों से फड़कती हुई आपके शरीर में एंटर कर रही है और आपके हार्ट चक्र पर लैंड कर रही है य कैन फील द प्रेशर ऑन योर हार्ट जितनी देर आप ऊर्जा ले सको जितनी आपकी सहने की शक्ति हो उतनी ऊर्जा लेकर ईश्वर को थैंक यू बोलके अपने हाथ समेट सकते हो कितने लंबे समय तक ऊर्जा ले सकते हो लो ऐसा मौका रोज रोज नहीं आता जब स्वयं साक्षात ईश्वर खुद आपके सामने प्रकट होकर आपको अपनी ऊर्जा हों से ब्लेस कर रहे हैं थैंक यू थैंक यू थैंक यू आराम से जिनका हो गया सर मुझे ना यहां पर अचानक से कुछ बहुत गर्म गर्म सा लगा ऐसा लगा कुछ मतलब शायद एंटर हुआ या जो भी यहां पर गर्म गर्म सा फील हुआ अचानक सर एक मिनट के लिए मेरे दोनों हाथ एकदम से हल्के हो गए और इतनी अच्छी वाइब्रेशन हुई दोनों हाथ में जैसे लाइट वे होता बकुल लाइट वैसे दोनों हाथ में और फिर एकदम से एनर्जी ऐसे अंदर जाते हु लग और दोनों हाथ अपने आप ऐसे हिले हैं मूवमेंट हुई है जैसे हवा में लहरा रहे मैंने पहली बार एक्सपीरियंस किया यया पहली बार नहीं सर मैंने कभी मेडिटेशन मतलब कहने का अच्छा थ ग्रेट सर जी बहुत अच्छा बहुत अच्छा एक्सपीरियंस हुआ आज बयान नहीं कर सकते व बयान करने लायक होता भी नहीं नहीं बयान नहीं कर सकते क्या हो रहा है नहीं बता नहीं बता सकते मुझे मालूम बहुत बहुत शुक्रिया आपका बहुत बहुत शुक्रिया थैंक यू थैंक य थैंक यू हा जी तु जी पा राम राम राम जी हा जी राम राम जी बताओ सर बिल्कुल अच्छा लगा मेरे को शोल्डर रा से भारीपन हुआ बाकी तो शरीर में जैसे दोनों पांव जोड़ केर बैठा था खड़ा हुआ था उस टाइम ऐसे जैसे आगे पीछे जैसे लग रहा है गिर रहा चल रहा है उसके बाद अब बठ उसके बाद बिल्कुल ठीक हो गया कोई ऐसी चीज कोई ऐसा है जिसके शरीर में कोई बॉडी पेन या कोई पेन था व गायब हो गया हा जीी हाजी किसी का सर दर्द ब दर्द हो रहा था सब गायब हो गया का भारीपन था आज मेरे को लेकिन अम रिलीफ हो गया बिल्कुल बकल ऐसे हो ग बिल्कुल ही कुछ बहुत हल्का फील हुआ है और कंपन भी था पता नहीं कुछ अजीब जो कहते ना बहुत रिलैक्स कर एक मिनट से कम किया आप लोगों ने संभाल नहीं ऐसे हो रहा था नाल जबरदस्त बहुत कठिन था सर साथ में सर थ प्रियंका बोल रही कम हो गया सर येलो लाइट भी थी साथ में येलो लाइट भी थी ऊपर हां मैं ये पूछने लगा था किसी को कलर स्टार्स कुछ दिखे येलो कलर का पिरामिड शेप था सर सर मुझे चक्कर जैसा घूमता हुआ दिखाई दिया सर मुझे चक्कर जैसा घूमता था जैसे राउंड राउंड में उसमें कलर दिख रहे थे सर सभी कलर सर मुझे टी बात कर रही हूं मेरे लिए फर्स्ट एक्सपीरियंस था मेडिटेशन फर्स्ट टाइम करा था एंड इट वाज रियली अ वंडरफुल एक्सपीरियंस मुझे कुछ ऊपर क्राउन एरिया से वाइट लाइट फील हुआ बट जब आपने ये बोला कि पैरों से एनर्जी जा रहा है तो वो ऐसे लगा जैसे फायरी कुछ मतलब बॉडी में आ रहा है देन कभी ब्लू कलर कभी ऑरेंज कलर यह थोड़ा सा मेरे लिए बहुत न्यू एक्सपीरियंस था थैंक यू सो मच सर बहुत अच्छा लगा कौन बोल रहा है दती बात कर रही हूं सर अच्छा हां जीी वाली हां जीस्ट वाली दीदी हां जीी हां जीी दीप्ति दम हा जी हाज सर बैठ सतेम हाज गा अभी हो गया होगा सर शायद कैमरा न नहीं लाइट नहीं आ रही आपके अंधेरा है ब नहीं मैं तो पिछला जो आप लोगों ने किया आप लोगों ने किया था और जो अब किया उसम आपको क्या डिफरेंस लगा ये वाला बहुत स्ट्रंग था ये वाला रुक नहीं हुआ ऐसा लग रहा था आ उससे आधा टाइम भी आप लोग कर नहीं पाए बहुत एनर्जी इसमें हेवीनेस कम लगी अपने आप जो पहले किया था उसम ज्यादा लग रही थी पर मुझे रोना का हां पर मुझे रोना काफी है हा सर रोना आता है आंखों से आंसू आते हैं ये बहुत भाव भर आए थे बहुत ज्यादा और इसको झटका लगा बता दे क्या सर ऐसा लगा कि पिरामिड के अंदर गिरा जा रहा हूं और सात पॉइंट दबे जा रहे और बहुत सारी चीज घूमे जा रही है साइड में सात पॉइंट कहां से आ गया बेटा य चिल्लाया एकदम से कुछ मतलब सात पॉइंट आग जल वगैरह ऐसा दिख रहा था और एकदम से जब गिर रहा था ना प्राइमेट में तो ऐसा लगा कि एकदम डिसबैलेंस होके मैं यहां गिर गया था हम नीचे जमीन पे बहुत बढ़िया फिर उसके बाद आया इसके मुंह से आवाज निकली एकदम आ करके कुछ सर ऐसे डिफरेंट कलर्स एक्सपीरियंस होते हैं जैसे मैंने आपको बताया मुझे क्राउन एरिया से वाइट लगा देन एक बारी ब्लू कलर का कुछ करंट फील ब्लू वाइब्रेशंस एंड ऑरेंज सा फायर सा पैरों से आना मतलब य चीज को कलर दिखते हैं किसी को वाइब्रेशन होती है किसी को दोनों दिखते हैं किसी को कुछ नहीं दिखता अच्छा ओके ठीक है जी सर तो मैं जब यह सीखा था तो मेरे साथ के जितने बच्चे होते थे उनसे जैसे आप लोगों से पूछ रहा हमारे सर पूछते थे किसको क्या दिखा तो बोलते थे सर हम यह दिखा सर हमें वो दिखा जी सर कुछ नहीं दिखा मुझे कभी कुछ नहीं दिखा ओके ना कभी कलर दिखे ना कभी वाइब्रेशन हुई मैं बरसों वरस तो इतना परेशान रहा इस चीज को लेक कि ऐसा मेरे साथ क्यों होता है मतलब कहना नहीं चाहिए बट अमंग देम आई वास द बेस्ट जो लोग मेरे साथ थे है ना और मुझे कुछ नहीं फील हो रहा ना दिख रहा है ना फील हो रहा है मैं बड़ा परेशान रहा सालों साल मैंने अपने गुरुजी से यह सवाल कम से कम चार साल लगातार उनसे पूछा हमारे गुरुजी आसानी से जवाब देते नहीं जब वो मूड में होते हैं तभी देते हैं अपने मैं चार साल उनसे पूछता रहा गुरुजी ऐसा क्यों है ऐसा क्यों है फिर जाके उन्होंने कहीं मुझे जवाब दिया तो मुझे समझ में आया वो आपको जवाब उनका क्या था मैं वो आप लोगों को बताता हूं सर अगर आपको कुछ नहीं महसूस हो रहा तो यू आर एट अल्टीमेट लेवल अच्छा अगर आपको कुछ फील हो रहा है दिख रहा है वाइब्रेशन हो रही है कलर्स दिख रहे हैं तो यू आर एट अ बिगिनिंग लेवल ओके ठीक है ये वैसे है जैसे कार चलाते हैं ना हम जब ड्राइविंग सीखते हैं तो हमें बहुत सारी चीज बताई जाती है गियर का ध्यान रखो क्लच का ध्यान रखो साइड शीशे का ध्यान रखो है ना बैक स्क्रीन का ध्यान रखो ये रखो वो रखो तो हम बहुत सारी चीज देखते हैं हमारा फोकस बहुत सारी चीजों प होता जी सस व गेट बिचल ड्राइविंग के लिए तो फिर हम वो सब काम कर रहे होते हैं लेकिन हमें पता ही नहीं लगता व हम काम कर रहे क्योंकि वो हमारे वो मसल मेमोरी में आ जाता है है ना जी सर ऐसे ही जब हमारी प्रैक्टिस में वो आ जाता है तो हमें फील ही नहीं होता ओके है ना जब आपका टोलरेंस लेवल थोड़ा सा कम है और आपको कोई चीज मिल गई तो आपको थोड़ा सा फील होगा है ना ये ये इतनी सी बात जानने में मुझे चार साल लग गया मैं छोड़ता नहीं हूं मैं अपने गुरुजी के पीछे पड़ जाता था जब मौका मिलता था पूछता जरूर था उनसे फिर भी मुझे चार साल लगे उनके साथ बात कर देखिए वो बहुत कुछ बताते हैं लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती है जो गुरुजन भी जा जब समय आता है तभी बताते हैं हो सकता है वो पहले दिन बता देते तो मेरे में ईगो आ जाती कि आई एम द बेस्ट तो उन्होंने कहा पहले इसकी ईगो मारो इसको परेशान रहने दो थोड़ा सा क्योंकि परेशान हो गए तो उनका एक और कहना था जो मैं आप सब लोगों को भी कहता हूं वो हमेशा ये बात बोलते हैं अपने प्रश्न करने की शक्ति को इतना बढ़ाओ कि यूनिवर्स तुम्हारा आंसर करने को बाध्य हो जाए यूनिवर्स इज बाउंड टू आंसर य आप जो भी प्रश्न यूनिवर्स की तरफ उछा लोगे वह खाली वापस नहीं आएगा कभी नहीं वोह आज नहीं कल कल नहीं परसों परसों नहीं नरसो वापस आपके पास आएगा विद आंसर तो सबसे अच्छा जो प्रश्न है जिससे करना चाहिए वो यूनिवर्स ही है यूनिवर्स से अपने हर सवाल का जवाब मांगो यूनिवर्स आपको करेगा बहुत सारी टेक्निक्स है जो बताई जा सकती है आम आदमी को लेकिन नहीं बतानी चाहिए इसलिए मैं भी नहीं बताता लेकिन ऐसी बहुत सारी चीज भा तो बहुत कुछ मैं छुपा जाता हूं मैं खुद ही बोल रहा हूं छुपा जाता हूं लोग कहते हैं मैं सब कुछ दे देता हूं हमारे गुरुजी से ये सीखा सब कुछ सबको नहीं देना जब जिसके लायक जो हो जाएगा उसको वो अपने आप प्रकृति दे देगी मैं यहां पर बोल रहा हूं आधे घंटे एक घंटे बहुत कुछ बोला है मैंने लेकिन कुछ लोग उसमें से वो लेकर जाएंगे जो मैंने नहीं बोला और कुछ लोग सिर्फ वही लेकर जाएंगे जो मैंने बोला बस यही अंतर है किसी को यूनिवर्स आंसर देगा मुझे सामने बिठा के किसी को यूनिवर्स नहीं आंसर देगा तो मैं दूंगा जो मेरे से आंसर लेगा उसे क्वेश्चन का आंसर नहीं मिलेगा जो मेरे पीछे बैठे यूनिवर्स से आंसर लेगा उसे यूनिवर्स आंसर कर देगा आज नहीं करेगा कल करेगा कल नहीं करेगा परसों करेगा करेगा जरूर ये चलिए ठीक है जी मैं आज सोच रहा था कि क्या कराऊ मेडिटेशन में कुछ नया कराऊ तो फिर मैंने कहा चलो यह कराता हूं अगर अगली बार मौका मिला तो एक तरीका है जिसमें अगर आपको कोई हेल्थ वाइज कोई इशू है मेडिकल वाइज कोई इशू है तो मैं यहीं से आपको बता दूंगा कि आपके इस बॉडी पार्ट में ऐसा ऐसा कोई ग्रेट अगर मुझे कभी मौका मिला तो वो आप लोगों को मैं करा के दिखाऊंगा आज के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद सर थैंक यू थैंक यू थैंक यू सो मचिया सर जी सो मच सर थैंक यू सो मच सर सुपर स थैंक यू सर गुड थंक य थय स थंक य राम राम ।



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