पति अपनी पत्नी को लेकर आया इसलिए नहीं लाया कि उसे प्यार करता है इसलिए लाया कि खुद तो अपनी लुगाई को कुछ कह नहीं पाता। मुझसे करवाना चाहता है। भाई मार्च के बच्चों को अपनी लुगाई को व्हाट्सएप भी टाइम हो जाएगी।
कई बार तो मुझे ऐसा लगता जैसे इस देश के प्रति यह देखा जाए तो इस देश के पतियों का मैं अंबेडकर यह विचारों से समाज जो आज तक ऊपर नहीं उठ सका। इस को मेरे जैसे संतों की आवश्यकता है। इस देश के पतियों को एक संत मिला है। इसके लिए उसका स्वागत कर सकते हैं। वैसे
भी देखा जाए तो आजकल मार्केट में बहुत शांत घूम रहे हैं। और दूसरे शब्द में कौन सा मार्केट वाले संत कुमरे? जी संत के पास जाओ, एक ही बात कहेगा माया त्याग दोगले क्या करें, बोले मुझे दे दो, अरे चाहता है वह तो करोड़पति बन जा राम बाबा जी बन जा
लेकिन मैं इतना ही कहना चाहता हूं। अभी मैं अमेरिका के मैंने वहां देखा पति पत्नी बहुत प्यार करती सड़क पर चलते-चलते प्यार कर लेंगे। ट्रेन में बैठे बैठे प्यार कर लेंगे। हिंदुस्तान में तो पति सागर में प्यार नहीं करता। बाहर की तो बात छोड़ दी। क्या
इतना प्यार करते हैं? अमरीका में पति पत्नी की उम्र का प्यार का कोटा 2 साल में पूरा हो लेता है। हिंदुस्तानी पति पत्नी सुबह प्यार करेंगे। शाम को माथा फोड़ लेंगे तो जिंदगी भर प्यार का कोटा पूरा ही नहीं हो पाता। इससे हमारे यहां कहते हैं। सात जन्मों तक साथ निभाएंगे
क्योंकि हम एक जगह में प्यार का कोटा पूरा नहीं कर सकते। हंसने की बात नहीं। आपको अगले जन्म में दूसरी लुगाई चाहिए तो इस जन्म में इस वाली को खूब प्यार करो। अपना कोटा पूरा कर लो। बस भगवान अगले जन्म में दूसरी
कोटा पूरा करेगा तो सात जन्म तक यही मिलने वाली है। हंसने की बातें जिस पत्नी को पति प्यार करने लग जाए तो समझ लेना सारे के दिल में खोट वह जाता ही नहीं कि अगले जन्म में तो टेक्निकल बात बताती। अच्छा मैंने रिसर्च किस देश में पति पत्नी से डरता क्यों
हमें जितनी भी ताप्ती मिलती है। सब औरतों से मिलती है। पैसा चाहिए। लक्ष्मी जी के पास जाओ बुद्धि चाहिए। सरस्वती जी के पास ताकत चाहिए। दुर्गा जी के पास जाओ आदमी के पास छोड़ा। क्या मेरे समझ में नहीं आया हमारे शंकर भगवान विष्णु भगवान बिल्कुल खाली बस। एक पावनी दोनों के पास से
कह देना मिनिस्टर विदाउट पोर्टफोलियो इसलिए एक जाकर बिचारा पहाड़ पर बैठ गया। और कपड़े भी कितने दिए पहनने को देखो गले में सांप और डाल दिया। थोड़ी सी थी तो जटा से गंगा और निकलवा दी। ठंड के अंदर बिना तो पिला दिया। ऐसे में आदमी तांडव नहीं करेगा तो क्या बांसुरी बजाए गा तो
वह भी समुंदर में दूर-दूर तक पीने का पानी पीने से नहीं हो सकता। अच्छा दोनों बिचारे आपस में रोना भी नहीं रह सकते के पेड़ पर बैठा एक सागर में लेता है। वरना दुखी पति आपस में बात करके मन हल्का कर लेते। एक
हमारी जान को आ गए। करवा चौथ का व्रत पता नहीं लुगाई कब तोड़ दे इधर व्रत टूटा उधर पतीसा, क्योंकि पति की जिंदगी के लिए रखा जाता है। इस देश में सब रहते हैं की पत्नी निरखे तो पति की सेहत खराब हो सकती। एक बार ऐसा वैसा नहीं बनाया जो पति नहीं रखे तो लुगाई के जुखाम भी हो।
हम तो बदला भी नहीं काट सकते। अभी करवा चौथ को गाली बोली सोने का सेट दिला। मैंने कम है तो नहीं दिल ले। तोड़ के अंदर से रोटी गया है कि विदेशों में करवा चौथ के व्रत होते। इसलिए अभी मैंने पिया की 25वीं वर्षगांठ मनाई अमेरिका में होता तो 25 में लुगाई की मना रखता।
करवा चौथ हमारे यहां पति-पत्नी तो रेल की पटरी की तरह मिलो। मस्सा जरूर चलना पड़ेगा। अलग नहीं हो सकते कि बच्चे स्लीपर बनकर दोनों को जकड़े हुए हैं। ना इसको इधर जाने देते ना उसको उधर जाने देते। अच्छा ही देश में हर एक पत्नी पति को एकदम कि जरूर देती है। मैं तो बच्चों की वजह से टिकी हुई हूं,
वरना कब की निकल जाती, अब मैंने अपनी लुगाई से काम लेते। अरे बच्चे प्याली आपको निकलते हैं ना जरा पोते का ब्याह और उसने कभी नहीं निकलना और मैं आप सब से एक ही बात कहना चाहता हूं। जिन परिवारों ने यह बच्चों के स्लीपर मजबूत रख लिए वह पति पत्नी खट्टे रह गए, जिनके यह स्लीपर कमजोर हो गए। वह पति पत्नी भी अलग।
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