तमिलनाडु के सांस्कृतिक स्थल
तमिलनाडु में सांस्कृतिक स्थलों की भरमार है जो इसके व्यापक इतिहास और विविध विरासत को दर्शाते हैं। नीचे कुछ प्रमुख उदाहरण दिए गए हैं:
1. **बृहदेश्वर मंदिर, तंजावुर**: यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त, चोल वंश का यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक वास्तुशिल्प आश्चर्य है।
2. **मीनाक्षी अम्मन मंदिर, मदुरै**: अपनी विस्तृत मूर्तियों और विशाल गोपुरम (प्रवेश द्वार टॉवर) के लिए प्रसिद्ध, यह मंदिर देवी मीनाक्षी और उनके पति सुंदरेश्वर का सम्मान करता है।
3. **महाबलीपुरम**: एक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, यह तटीय शहर अपने चट्टान-काटे गए मंदिरों, गुफा अभयारण्यों और शोर मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जो सभी पल्लव वंश से उत्पन्न हुए हैं।
4. **रामनाथस्वामी मंदिर, रामेश्वरम**: चार धाम तीर्थ स्थलों में से एक के रूप में, यह मंदिर अपने व्यापक गलियारों और पवित्र कुओं के लिए प्रसिद्ध है।
5. **कांचीपुरम**: अक्सर "हजारों मंदिरों का शहर" के रूप में जाना जाने वाला कांचीपुरम कई प्राचीन मंदिरों का घर है, जिसमें कैलासनाथर मंदिर और एकम्बरेश्वर मंदिर शामिल हैं, जो द्रविड़ वास्तुकला का उदाहरण हैं।
6. **चिदंबरम नटराज मंदिर**: भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर, जो कि ब्रह्मांडीय नर्तक नटराज के रूप में है, शैवों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल के रूप में कार्य करता है।
7. **गंगाईकोंडा चोलपुरम**: राजेंद्र चोल प्रथम द्वारा निर्मित, यह मंदिर एक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जो बृहदेश्वर मंदिर की भव्यता के बराबर है।
8. **ऐरावतेश्वर मंदिर, दारासुरम**: यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, यह मंदिर अपनी उल्लेखनीय वास्तुकला और जटिल पत्थर की नक्काशी के लिए जाना जाता है।
9. **तिरुवन्नामलाई**: अरुणाचलेश्वर मंदिर और अरुणाचल पहाड़ी (गिरिवलम) की परिक्रमा करने की आध्यात्मिक प्रथा से जुड़े होने के कारण प्रसिद्ध यह स्थल संत रमण महर्षि के अनुयायियों के लिए बहुत महत्व रखता है।
10. **चेट्टीनाड हवेली**: चेट्टीनाड क्षेत्र अपनी विशिष्ट स्थापत्य शैली के लिए जाना जाता है, जिसमें चेट्टियार समुदाय द्वारा निर्मित भव्य हवेली शामिल हैं, जो भारतीय और यूरोपीय प्रभावों के मिश्रण को दर्शाती हैं।
11. **तंजावुर मराठा पैलेस**: इस ऐतिहासिक महल परिसर में सरस्वती महल पुस्तकालय, राजा राजा चोल आर्ट गैलरी और एक संग्रहालय शामिल हैं।
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